Corona Vaccine Update: चीन की वैक्सीन नहीं है उतनी असरदार, जानिए कैसे

नई दिल्ली (लोकसत्य)। कोरोना के बाद अब कोरोना वैक्सीन आ गयी है। पहले कोरोना को लेकर चर्चा था और अब चर्चा है कोरोना वैक्सीन को लेकर। आपको दे कि भारत के साथ और कई देशो ने भी वैक्सीन बनाया है।
आपको बता दे कि, ब्राजील में चीन की बनी सिनोवेक बायोटक वैक्सीन का एक नया डेटा पेश किया गया है और ये डेटा में वैक्सीन का एफीकेसी रेट मात्र 50.4 फीसदी है जो की इसके पहले जारी किए गए डेटा से बहुत ही ज्यादा कम है। इसके साथ ही आपको ये भी बता दे कि पिछले हफ्ते चीन के इस वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल का डेटा भी ब्राजील में जारी किया गया था जिस में की इस वैक्सीन को मात्र ही 75 फीसदी कारगर बताया गया है और इसके लिए भी इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत माँगा गया था।
आपको बता दे कि ब्राजील में चीन की सिनोवेक वैक्सीन के पार्टनर बुटानटन इंस्टीट्यूट ने वहां के लोगो से ये आग्रह भी किया है कि लोग वैक्सीन के नए एफीकेसी रेट पर ज्यादा ध्यान ना दे और लोगों को शांत रखने के लिए कहा है कि ये वैक्सीन कारगर है। चीन में जो वैक्सीन बनाई गयी है उस वैक्सीन का नाम है कोरोनावैक। बुटानटन इंस्टीट्यूट ने ब्राजील के हेल्थ रेगुलेटर के सामने चीन के वैक्सीन का नया डेटा पेश किया गया है जिस में की एफीकेसी रेट 50.4 फीसदी बताई जा रही है।
बुटानटन में क्लिनिकल रिसर्च के एक मेडिकल डायरेक्टर रिकार्डो पालसियोस ने एक नए डेटा पर सफाई देते हुए साफ़ कहा है कि ये वैक्सीन की कम एफीकेसी रेट इस वजह से सामने आई है क्योंकि जब ट्रायल किया गया था तो उस में कम लक्षण वाले कोरोना मरीजों को भी इस ट्रायल में शामिल किया गया था।